पिताजी मन ही मन सोचने लगे मटर पनीर में वह स्वाद कहाँ जो बी डी सी में था। पिताजी मन ही मन सोचने लगे मटर पनीर में वह स्वाद कहाँ जो बी डी सी में था।
परस्पर प्रेम और आपसी समझ हो तो सपने हकीकत में ज़रूर बदलते हैं। परस्पर प्रेम और आपसी समझ हो तो सपने हकीकत में ज़रूर बदलते हैं।
" बेटा हरा भरा कबाब बचा है क्या? अगर दूसरों को नहीं चाहिए तो वो ला दो" । " बेटा हरा भरा कबाब बचा है क्या? अगर दूसरों को नहीं चाहिए तो वो ला दो" ।
रीना झेंप गई"अरे तुमने मुझे उठाया क्यूँ नहीं ?मैं चाय बना देती !मम्मी जी पापाजी की दवाई का भी टाइम ह... रीना झेंप गई"अरे तुमने मुझे उठाया क्यूँ नहीं ?मैं चाय बना देती !मम्मी जी पापाजी ...
माँ ने किसी तरह कोई काम का बहाना कर के शर्मा जी चुप कराया। माँ ने किसी तरह कोई काम का बहाना कर के शर्मा जी चुप कराया।
हल्की हल्की आंच पे पकने वाला प्रेम कड़क चाय की तरह होता है। हल्की हल्की आंच पे पकने वाला प्रेम कड़क चाय की तरह होता है।